जी हा क्या है ये भजन क्या होता है? क्यों होता है? और आखिर इसको हम करे क्यों? हमने ऐसा कौन सा फायदा होने वाला है जो हम उसे करे?
भारतीय संगीत के मुख्य रुप से तीन भेद किये जाते हैं। शास्त्रीय संगीत, सुगम संगीत और लोक संगीत। भजन सुगम संगीत की एक शैली है। इसका आधार शास्त्रीय संगीत या लोक संगीत हो सकता है। इसको मंच पर भी प्रस्तुत किया जा सकता है लेकिन मूल रूप से यह यह किसी देवी या देवता की प्रशंसा में गाया जाने वाला गीत है। सामान्य रूप से उपासना की सभी भारतीय पद्धतियों में इसका प्रयोग किया जाता है। भजन मंदिरों में भी गाए जाते हैं।
कुछ विख्यात भजन रचनाकारों की नामावली - मीराबाई, सूरदास, तुलसीदास, रसखान।
भजन को गाने का कारण है की वो मन को शांति देता है प्रभु की प्रशंशा करता है हमारी आवाज़ उन तक पहुचता है, हम क्या सोच रहे है किस दशा में है इन सब के लिए जब शब्दों की जरुरत पड़ती है तो भजन ही हमारा साथ देता है
कितनी अच्छी पंक्ति थी वह ""राम रास पियो ने मोरे भाय, जो पिए अमर हो जाये, तेरा जनम मरण तर जाये, राम रास पियो न मोरे भाय""
अर्थात श्री राम के नाम का गुणगान करो उनकी शरण में जाओ वह तुम्हारे सरे दुःख झेल लेंगे तुम्हे हर तकलीफ से निजात दे देंगे और तुम्हारा जीवन तर जायेगा! कोई बाधा नहीं रहेगी हर तरफ से सुख की प्राप्ति होगी., इतने काम शब्दों का अर्थ अगर लिखने जाए तो शायद दिन निकल जायेगा मगर आप समझ सकते है की बड़ी से बड़ी मुसीबत का हल भजन से निकला जा सकता है जब हम उसे याद करते है तब वह हमे मार्ग दिखता है!
दोस्तों चमत्कार होते है चमत्कार को समझना जरुरी है उसे अपनाना जरुरी है तभी तो हम उस परमात्मा के अटूट विश्वास की डोरी को पा सकेंगे!
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