Thursday, January 29, 2015
Thursday, January 22, 2015
VYANGYA
विकास की और बढ़ता देश
देखो अंग्रेंजो जिसे तुम सांप सपेरों का देश समझते थे अब कितना विकसित हो गया है हमारा चमड़ा उद्योग कितना फल फूल रहा है
जिसे तुम भारतीय नारी कहते थे जो रसोई में और घूँघट में रहती थी अब वो रसोई में नहीं बल्कि ऑफिस जाती है दारू सिगरेट और अब एक्सपोज़ करती है
बेटी अपने माता पिता को और पत्नी अपने पति को ।पति अपनी पत्नी को धोखा देता है
भारत के लोग अपने देश वीर महापुरषो को नहीं जानते
बल्कि हिटमैन सुपरमैन और स्पाइडर मैन को जानते है
बल्कि हिटमैन सुपरमैन और स्पाइडर मैन को जानते है
दूध घी मक्खन खाने वाला देश आज पिज़्ज़ा बॉर्गर और मेदे की बनी चीज़े खा रहा है
भारत के सुरमा महाराणा प्रताप 208 किलो वजन लेके लड़ते थे गुरु गोविन्द सिंह ने केवल अपने 42 सूरमाओं को लेकर औरंगजेब की 10 लाख सेना को मारा था
आज उस देश के लोग आधुनिकता और विकास के लिये पॉवडर का दूध पीते है
जिस देश में चाणक्य जेसे विद्वान हुए वहाँ के लोगो को अंग्रेंजी शिक्षा और भाषा भी अंग्रेंजी सिखाई जाती है
जहाँ कभी आयुर्वेद था वहाँ जनाब बीमारिया तो ऐसी फल फूल रही है के हॉस्पिटल कम पढ़ गए है लोगो की मछर के काटने से मोत हो जाती है
इस देश के विकास और आधुनिकता के बख्यान के लिये शब्द कम पढ़ रहे है
सब गर्व से कहो
भारत माता की जय
भारत माता की जय
पूर्वजन्म की यादों ने इन्हें बना दिया संन्यासी
आठारह पुराणों में से परम पवित्र पुराण है श्रीमद्भागवत महापुराण। इस महापुराण में भगवान विष्णु के अवतार और श्रीकृष्ण की लीला कथाओं के अलावा भगवान के भक्त और उनकी मुक्ति की कथाएं भी मौजूद हैं। इसी महापुराण में एक प्रभु भक्त की कथा है जिसे पूर्वजन्म की सभी बातें याद थी।
इन्हीं यादों के कारण राजवंश में जन्म लेने के बाद भी वह सुख और भोगों में लिप्त नहीं हुआ और ऐसे उपाय किए कि माता-पिता को उन्हें घर छोड़ने का आदेश देना पड़ा।
माता-पिता के आदेश से दुःखी होने की बजाय उस प्रभु भक्त ने भगवान को धन्यवाद दिया कि उसे गृह मोह से मुक्त होकर संन्यास ग्रहण करने का अवसर मिला है जिससे वह पूर्वजन्म गलतियों से मुक्त होकर परमधाम को प्राप्त हो सके।
इन्हीं यादों के कारण राजवंश में जन्म लेने के बाद भी वह सुख और भोगों में लिप्त नहीं हुआ और ऐसे उपाय किए कि माता-पिता को उन्हें घर छोड़ने का आदेश देना पड़ा।
माता-पिता के आदेश से दुःखी होने की बजाय उस प्रभु भक्त ने भगवान को धन्यवाद दिया कि उसे गृह मोह से मुक्त होकर संन्यास ग्रहण करने का अवसर मिला है जिससे वह पूर्वजन्म गलतियों से मुक्त होकर परमधाम को प्राप्त हो सके।
यह कथा है भगवान राम के पूर्वज 'असमंजस' की। इच्छवाकु वंश के राजा थे सगर इनकी दो पत्नियां थीं लेकिन विवाह के काफी समय बितने के बाद भी राजा सगर के घर संतान का जब जन्म नहीं हुआ तो राजा ने अपनी दोनों पत्नियों को साथ लेकर तपस्या आरंभ किया।
इनकी तपस्या के देखकर महर्षि और्व ने इन्हें वरदान दिया कि इनकी एक पत्नी के हजार पुत्र होंगे और एक पत्नी को एक पुत्र होंगे। पहली पत्नी ने हजार पुत्र का वरदान स्वीकार कर लिया और दूसरी पत्नी केशिनी ने एक पुत्र का वरदान प्राप्त कर लिया।
केशिनी के पुत्र हुए असमंजस। इन्होंने पूर्वजन्म में योग साधना से उच्च स्थिति प्राप्त कर ली थी। लेकिन कुछ समय के कुसंग के कारण यह मुक्ति से वंचित रह गए और पुनर्जन्म लेना पड़ा। लेकिन इन्हें पूर्वजन्म की सारी बातें याद रही। इसलिए मोह माया से दूर रहने के लिए इन्होंने बचपन से ही ऐसा काम शुरु कर दिया था जिससे घर के लोग इनसे परेशान होकर घर से निकाल दें। कई बार इन्होंने खेलते हुए बच्चों को उठाकर नदी में फेंक दिया। इससे नगरवासी राजकुमार की शिकायत करने लगे। राजा को नाराज होकर अपने पुत्र को देश निकाला देना पड़ा।
नगर से जाते समय असमंजस ने अपने योग बल से उन सभी बच्चों को जीवित कर दिया जिसे उन्होंने नदी में फेंक दिया था। इसके बाद लोगों को अपनी भूल का एहसास हुआ कि असमंजस दिव्य मनुष्य हैं। राजा सगर ने अपने पुत्र की खूब तलाश करवायी लेकिन असमंजस ने गुप्त स्थान पर जाकर साधना में लीन हो चुके थे इसलिए वह किसी को नहीं मिले और अंत में इन्हें मुक्ति मिल गई।
इनकी तपस्या के देखकर महर्षि और्व ने इन्हें वरदान दिया कि इनकी एक पत्नी के हजार पुत्र होंगे और एक पत्नी को एक पुत्र होंगे। पहली पत्नी ने हजार पुत्र का वरदान स्वीकार कर लिया और दूसरी पत्नी केशिनी ने एक पुत्र का वरदान प्राप्त कर लिया।
केशिनी के पुत्र हुए असमंजस। इन्होंने पूर्वजन्म में योग साधना से उच्च स्थिति प्राप्त कर ली थी। लेकिन कुछ समय के कुसंग के कारण यह मुक्ति से वंचित रह गए और पुनर्जन्म लेना पड़ा। लेकिन इन्हें पूर्वजन्म की सारी बातें याद रही। इसलिए मोह माया से दूर रहने के लिए इन्होंने बचपन से ही ऐसा काम शुरु कर दिया था जिससे घर के लोग इनसे परेशान होकर घर से निकाल दें। कई बार इन्होंने खेलते हुए बच्चों को उठाकर नदी में फेंक दिया। इससे नगरवासी राजकुमार की शिकायत करने लगे। राजा को नाराज होकर अपने पुत्र को देश निकाला देना पड़ा।
नगर से जाते समय असमंजस ने अपने योग बल से उन सभी बच्चों को जीवित कर दिया जिसे उन्होंने नदी में फेंक दिया था। इसके बाद लोगों को अपनी भूल का एहसास हुआ कि असमंजस दिव्य मनुष्य हैं। राजा सगर ने अपने पुत्र की खूब तलाश करवायी लेकिन असमंजस ने गुप्त स्थान पर जाकर साधना में लीन हो चुके थे इसलिए वह किसी को नहीं मिले और अंत में इन्हें मुक्ति मिल गई।
soujanya amarujala http://www.amarujala.com/
SITARAM PRAVASI BHAJAN MANDAL JATRA PROGRAM
HI,
THIS IS NAGESH....
SITARAM PRAVASI BHAJAN MANDAL, NILESH BHAI(PRAMUKH),
GOVIND BHAI & MAYUR BHAI(DAFLI MASTER) AND OTHER MEMBERS OF JALARAM PRAVASI BHAJAN MANDAL, (10.09 AM) BORIVALI TO CHURCHGATE FAST LOCAL MIDDLE COACH.. ARE GOING TO JATRA AT SARANGPUR HANUMAN TEMPLE, RAJPARA TEMPLE, GATDHA SWAMINARAYAN TEMPLE, BAGDANA BAPPA BAJRANGDAS TEMPLE..
THIS JATRA WILL START AT 24TH OF JANUARY FROM BORIVALI AT 9.30 BHAVNAGAR EXPRESS.
THIS JATRA IS WELL PLANNED AND MAINTAINED BY EXPERIENCED PERSONS WHOSE MAINE AIM TO DO SEVA ON THE NAME OF "GOD"
PLEASE MAKE YOUR WISHES TO SUCCESS OF THIS JATRA..
JAY JALARAM
NAGESH SHARMA
THIS IS NAGESH....
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GOVIND BHAI & MAYUR BHAI(DAFLI MASTER) AND OTHER MEMBERS OF JALARAM PRAVASI BHAJAN MANDAL, (10.09 AM) BORIVALI TO CHURCHGATE FAST LOCAL MIDDLE COACH.. ARE GOING TO JATRA AT SARANGPUR HANUMAN TEMPLE, RAJPARA TEMPLE, GATDHA SWAMINARAYAN TEMPLE, BAGDANA BAPPA BAJRANGDAS TEMPLE..
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PLEASE MAKE YOUR WISHES TO SUCCESS OF THIS JATRA..
JAY JALARAM
NAGESH SHARMA
शुगर का सबसे बढ़िया इलाज !
शुगर का सबसे बढ़िया इलाज !
__________________________भारत में 5 करोड़ 70 लाख से ज्यादा लोगों को डाइबटीज है और 3 करोड़ से ज्यादा को हो जाएगी अगले कुछ सालों में (सरकार ऐसा कह रही है ) , हर 2 मिनट में एक आदमी डाइबटीज से मर जाता हैं ! और complications बहुत है !
किसी की किडनी खराब हो रही है ,किसी का लीवर खराब हो रहा है , किसी को paralisis हो रहा है किसी को brain stroke हो रहा है ,किसी को heart attack आ रहा है ! कुल मिलकर complications बहुत है diabetes के !!
पूरी post नहीं पढ़ सकते यहाँ click करें !
https://www.youtube.com/watch?v=qAF4sj0uiUs
https://www.youtube.com/watch?v=qAF4sj0uiUs
मधुमेह या चीनी की बीमारी एक खतरनाक रोग है। रक्त ग्लूकोज (blood sugar level ) स्तर बढा़ हूँआ मिलता है, यह रोग मरीजों के (रक्त मे गंदा कोलेस्ट्रॉल,) के अवयव के बढने के कारण होता है। इन मरीजों में आँखों, गुर्दों, स्नायु, मस्तिष्क, हृदय के क्षतिग्रस्त होने से इनके गंभीर, जटिल, घातक रोग का खतरा बढ़ जाता है।
भोजन पेट में जाकर एक प्रकार के ईंधन में बदलता है जिसे ग्लूकोज कहते हैं। यह एक प्रकार की शर्करा होती है। ग्लूकोज हमारे रक्त धारा में मिलता है और शरीर की लाखों कोशिकाओं में पहुंचता है। pancreas (अग्न्याशय) ग्लूकोज उत्पन्न करता है इनसुलिन भी रक्तधारा में मिलता है और कोशिकाओं तक जाता है।
मधुमेह बीमारी का असली कारण जब तक आप लोग नही समझेगे आपकी मधुमेह कभी भी ठीक नही हो सकती है जब आपके रक्त में वसा (गंदे कोलेस्ट्रोल)LDL की मात्रा बढ जाती है तब रक्त में मोजूद कोलेस्ट्रोल कोशिकाओ के चारों तरफ चिपक जाता है !और खून में मोजूद जो इन्सुलिन है कोशिकाओं तक नही पहुँच पाता है (इंसुलिन की मात्रा तो पर्याप्त होती है किन्तु इससे द्वारो को खोला नहीं जा सकता है, अर्थात पूरे ग्लूकोज को ग्रहण कर सकने के लिए रिसेप्टरों की संख्या कम हो सकती है)
वो इन्सुलिन शरीर के किसी भी काम में नही आता है जिस कारण जब हम शुगर level चैक करते हैं शरीर में हमेशा शुगर का स्तर हमेशा ही बढा हुआ होता है क्यूंकि वो कोशिकाओ तक नहीं पहुंची क्योंकि वहाँ (गंदे कोलेस्ट्रोल)LDL VLDL जमा हुआ है जबकि जब हम बाहर से इन्सुलिन लेते है तब वो इन्सुलिन नया-नया होता है तो वह कोशिकाओं के अन्दर पहुँच जाता है !
अब आप समझ गये होगे कि मधुमेह का रिश्ता कोलेस्ट्रोल से है न कि शुगर से
जब सम्भोग के समय पति पत्नी आपस में नही बना कर रख पाते है या सम्भोग के समय बहुत तकलीफ होती है समझ जाइये मधुमेह हो चूका है या होने वाला है क्योकि जिस आदमी को मधुमेह होने वाला हो उसे सम्भोग के समय बहुत तकलीफ होती है क्योकि मधुमेह से पहले जो बिमारी आती वो है सेक्स में प्रोब्लम होना, मधुमेह रोग में शुरू में तो भूख बहुत लगती है। लेकिन धीरे-धीरे भूख कम हो जाती है। शरीर सुखने लगता है, कब्ज की शिकायत रहने लगती है। बार बार बहुत अधिक प्यास लगती है अधिक पेशाब आना और पेशाब में चीनी आना शुरू हो जाती है और रोगी का वजन कम होता जाता है। शरीर में कहीं भी जख्मध्घाव होने पर वह जल्दी नहीं भरता।
तो ऐसी स्थिति मे हम क्या करें ??
राजीव भाई की एक छोटी सी सलाह है कि आप insulin पर ज्यादा निर्भर ना रहें ! क्यूंकि ये insulin डाईब्टीज से भी ज्यादा खराब है side effect इसके बहुत हैं !! तो आप ये आयुर्वेद की दवा का फार्मूला लिखिये !
और जरूर इस्तेमाल करें !!
और जरूर इस्तेमाल करें !!
- 100 ग्राम (मेथी का दाना )ले ले इसे धूप मे सूखा कर पत्थर पर पीस कर इसका पाउडर बना लें !
- 100 ग्राम (तेज पत्ता ) लेलें इसे भी धूप मे सूखा कर पत्थर पर पीस कर इसका पाउडर बना लें !
- 150 ग्राम (जामुन की गुठली )लेलें इसे भी धूप मे सूखा कर पत्थर पर पीस कर इसका पाउडर बना लें !
- 250 ग्राम (बेलपत्र के पत्ते ) लेलें इसे भी धूप मे सूखा कर पत्थर पर पीस कर इसका पाउडर बना लें _________________
तो
- मेथी का दना - 100 ग्राम
- तेज पत्ता ------- 100 ग्राम
- जामुन की गुठली -150 ग्राम
- बेलपत्र के पत्ते - 250 ग्राम
तो इन सबका पाउडर बनाकर इन सबको एक दूसरे मे मिला लें ! बस दवा तैयार है !! इसे सुबह -शाम (खाली पेट ) 1 से डेड चम्मच से खाना खाने से एक घण्टा पहले गरम पानी के साथ लें !! 2 से 3 महीने लगातार इसका सेवन करें !! (सुबह उठे पेट साफ करने के बाद ले लीजिये )
कई बार लोगो से सीधा पाउडर लिया नहीं जाता ! तो उसके लिए क्या करें ?? आधे से आधा गिलास पानी को गर्म करे उसमे पाउडर मिलाकर अच्छे से हिलाएँ !! वो सिरप की तरह बन जाएगा ! उसे आप आसानी से एक दम पी सकते है ! उसके बाद एक आधा गिलास अकेला गर्म पानी पी लीजिये !!
____________________________
अगर आप इसके साथ एक और काम करे तो सोने पे सुहागा हो जाएगा ! और ये दवा का असर बहुत ही जल्दी होगा !! जैसा कि आप जानते है शरीर की सभी बीमारियाँ वात,पित ,और कफ के बिगड़ने से होती हैं !! दुनिया मे सिर्फ दो ही ओषधियाँ है जो इन तीनों के सतर को बराबर रखती है !!
एक है गौ मूत्र , दूसरी है त्रिफला चूर्ण !!
अब आप ठहरे अँग्रेजी मानसिकता के लोग ! गौ मूत्र का नाम सुनते ही आपकी नाक चढ़ गई होगी !! और हमारी मजबूरी ये है कि आपको गौ मूत्र का महत्व बताना हो तो हमको अमेरिका का उदाहरण देना पड़ेगा !
क्यूंकि अंग्रेज़ मेकोले के बनाए indian education system मे पढ़ कर आपकी बुद्धि ऐसी हो गई है कि
आपको सिर्फ अमेरिका(अंग्रेज़ो ) द्वारा किये गए काम मे ही विश्वास होता है ! आपको कहीं ना कहीं लगता ये अमरीकी बहुत समझदार जो करते है सोच समझ के करते हैं !!
आपको सिर्फ अमेरिका(अंग्रेज़ो ) द्वारा किये गए काम मे ही विश्वास होता है ! आपको कहीं ना कहीं लगता ये अमरीकी बहुत समझदार जो करते है सोच समझ के करते हैं !!
तो खैर आपकी जानकरी के लिए बता दूँ कि अमेरिका ने गौ मूत्र पर 6 पेटेंट ले लिए हैं !! उसको इसका महत्व समझ आने लगा है !! और हमारे शास्त्रो मे करोड़ो वर्षो पहले से इसका महत्व बताया है ! लेकिन गौ मूत्र का नाम सुनते हमारी नाक चढ़ती है !
खैर जिसको पीना है वो पी सकता है ! गौ मूत्र बिलकुल ताजा पिये सबसे बढ़िया !! बाहरी प्रयोग के लिए जितना पुराना उतना अच्छा है लेकिन पीने के लिए ताजा सबसे बढ़िया !! हमेशा देशी गाय का ही मूत्र पिये (देशी गाय की निशानी जिसकी पीठ पर हम्प होता है ) ! 3 -4 घंटे से अधिक पुराना मूत्र ना पिये !! और याद रखे गौ मूत्र पीना है अर्क नहीं ! आधे से एक सुबह सुबह कप पिये ! सारी बीमारियाँ दूर !
________________________________
अब बात करते हैं त्रिफला चूर्ण की !
त्रिफला अर्थात तीन फल !
कौन से तीन फल !
1) हरड़ (Terminalia chebula)
2) बहेडा (Terminalia bellirica)
3) आंवला (Emblica officinalis)
2) बहेडा (Terminalia bellirica)
3) आंवला (Emblica officinalis)
एक बात याद रखें इनकी मात्रा हमेशा 1:2:3 होनी चाहिए ! 1 अनुपात 2 अनुपात 3 !
बाजार मे जितने भी त्रिफला चूर्ण मिलते है सब मे तीनों की मात्रा बराबर होती है ! बहुत ही कम बीमारियाँ होती है जिसमे त्रिफला बराबर मात्रा मे लेना चाहिए !! इसलिए आप जब त्रिफला चूर्ण बनवाए तो 1 :2 colonthree emoticon मे ही बनवाए !!
सबसे पहले हरड़ 100 ग्राम , फिर बहेड़ा 200 ग्राम और अंत आंवला 300 ग्राम !! इन तीनों को भी एक दूसरे मे मिलकर पाउडर बना लीजिये !! और रात को एक से डेड चमच गर्म पानी के साथ प्रयोग करें !!
सीधा पाउडर लिया नहीं जाता ! तो उसके लिए क्या करें ??
आधे से आधा गिलास पानी को गर्म करे उसमे पाउडर मिलाकर अच्छे से हिलाएँ !! वो सिरप की तरह बन जाएगा ! उसे आप आसानी से एक दम पी सकते है ! उसके बाद एक आधा गिलास अकेला गर्म पानी पी लीजिये !!
सावधानियाँ !!
चीनी का प्रयोग कभी ना करें और जो sugar free गोलियां का तो सोचे भी नहीं !! गुड़ खाये , फल खाये ! भगवान की बनाई गई को भी मीठी चीजे खा सकते हैं !! रात का खाना सर्यास्त के पूर्व करना होगा !! मतलब सूर्य अस्त के बाद भोजन ना करें
ऐसी चीजे ज्यादा खाए जिसमे फाइबर हो रेशे ज्यादा हो, High Fiber Low Fat Diet घी तेल वाली डायेट कम हो और फाइबर वाली ज्यादा हो रेशेदार चीजे ज्यादा खाए। सब्जिया में बहुत रेशे है वो खाए, डाल जो छिलके वाली हो वो खाए, मोटा अनाज ज्यादा खाए, फल ऐसी खाए जिनमे रेशा बहुत है ।
आपने पूरी post पढ़ी बहुत बहुत धन्यवाद !!
शुगर के बारे मे अधिक जानकारी के लिए यहाँ click करें !
और जो चीनी खाते है वो तो जरूर click कर देखें !!
और जो चीनी खाते है वो तो जरूर click कर देखें !!
वन्देमातरम
अमर बलिदानी राजीव दीक्षित जी की जय !
अमर बलिदानी राजीव दीक्षित जी की जय !
Tuesday, January 20, 2015
omkar bhajan mandal
hi this is nagesh sharma,
omkar bhajan mandal, is running since many years here in local train for spread god's footprints
we share our knowledge and skills with any one who wants to join us and henceforth we try our best to do this on our level.....
we conduct good programs regards omkar bhajan mandal in reasonable rates and full-fill clients hope..
we also believe to help needy and for this anyone who wants our help we appreciate him and do the needful whichever is applicable or can do by us.
so for any help or any suggestion please kindly revert on our blog
thanks
nagesh sharma
omkar bhajan mandal, is running since many years here in local train for spread god's footprints
we share our knowledge and skills with any one who wants to join us and henceforth we try our best to do this on our level.....
we conduct good programs regards omkar bhajan mandal in reasonable rates and full-fill clients hope..
we also believe to help needy and for this anyone who wants our help we appreciate him and do the needful whichever is applicable or can do by us.
so for any help or any suggestion please kindly revert on our blog
thanks
nagesh sharma
Thursday, January 15, 2015
Thursday, January 01, 2015
HAPPY NEW YEAR
HAPPY NEW YEAR TO ALL THE VIEWERS OF OMKAR BHAJAN MANDAL
AND ALL THE MEMBERS OF OMKAR BHAJAN MANDAL AND THERE FAMILIES
MAY GOD HELP YOU IN EVERY STEP
MAY GOD FULL FILL ALL THE WISHES YOU MAKE
IN IGNORANCE ALSO YOU NOT MAKE ANY MISTAKE
AND ALL THE MEMBERS OF OMKAR BHAJAN MANDAL AND THERE FAMILIES
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