21 मार्च शनिवार से शुरू हो रहा है नवरात्र। इस बार चैत्र नवरात्र आठ दिन का होगा। एक दिन का लोप होने पर भक्तों को कई सर्वार्थसिद्धि योग मिलेंगे। पं. राधेश्याम शास्त्री के अनुसार 21 मार्च को सुबह 7:41 से 9:11 बजे तक कलश स्थापना करना लाभकारी रहेगा। प्रतिपदा तिथि एक दिन पहले यानी 20 मार्च को दोपहर 3:07 बजे से लगेगी। उसका मान 21 मार्च को सुबह 11:33 बजे तक रहेगा। चूंकि सूर्योदय के बाद प्रतिपदा में ही कलश स्थापना की जाती है इसलिए सूर्योदय से लेकर दिन में 11:33 बजे तक कलश स्थापना की जा सकेगी।
शुभ चौघड़िया सुबह सूर्योदय के डेढ़ घंटे बाद मिलेगी। इसलिए यह 21 मार्च को सुबह 7:41 से 9:11 बजे तक कलश स्थापना करना लाभकारी रहेगा। कलश स्थापना के समय स्थिर लग्न वृष रहेगा। इसका स्वामी शुक्र है जो देवी को प्रिय है। 21 मार्च से शुरू हो रहा नवरात्र 8 दिनों का है क्योंकि इस बार तृतीया और चतुर्थी तिथि एक ही दिन पड़ रही है।
किस दिन कौन सा योग:
21 मार्च शैलपुत्री देवी -
22 मार्च ब्रह्मचारणी देवी सर्वार्थसिद्धि योग
23 मार्च चंद्रघंटा देवी रवि योग
23 मार्च कूष्मांडा देवी रवि योग
24 मार्च स्कंदमाता देवी सर्वार्थसिद्धि योग
25 मार्च कात्यायनी देवी सर्वार्थसिद्धि योग
26 मार्च कालरात्रि देवी -
27 मार्च महागौरी देवी सर्वार्थसिद्धि योग
28 मार्च सिद्धिदात्री देवी रवि योग
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