सौजन्य श्री अतुल दक्षिणी
भोजन भोजन चिल्लाने से क्या भूख मिट जायेगी?
पानी पानी चिल्लाने से क्या प्यास मिट जायेगी?
प्रभु प्रभु रटने से क्या हमें ईश्वर की प्राप्ति हो जाएगी?
धर्म की चर्चा करने से नहीं धर्म का आचरण करने से दैवीय अनुभूति होती है!!
आज जिन्हे भी देखो धर्म की बाते करते है, धर्म पालन नहीं कर रहे है, लोग शब्दों की स्तुतिओ से परमात्मा
को रिझा रहे है!,
तुम आचरण की मौन स्तुति से प्रभु को रिझाओ! आचरण की सुगंध जल्दी वह पहुचती है!
पश्चिम की समस्या है की उन्हें पता ही नहीं है की किस राह पे चलना है.., शाश्त्र तुम्हे मार्ग दिखा रहे है उन्हें
स्वीकार कर आगे बढ़ो!! अपना कल्याण करो जगत का कल्याण करो! और परमात्मा की कृपा प्राप्त करो!
अपने द्वारा संसार को कुछ देकर जरूर जाना!
पशुओ की तरह दुनिया से वापिस मत चले जाना!
धन्यवाद
आपका अतुल दक्षिणी
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