आज हम आपको कुछ अलग प्रकार का प्रयोग बता रहे हैं -- "बर्फ़ का औषधीय प्रयोग "
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१-गर्मी के मौसम में हिचकी की बीमारी पर रोगी के मुँह में बर्फ़ का टुकड़ा डालें और उसे चूसने दें | इससे हिचकी आना बंद हो जाती है |
२-चोट लगने पर यदि खून अधिक बहे तो बर्फ़ मलें ख़ून तुरंत रुक जाएगा |
३-बार-बार उल्टी होने पर बर्फ़ चूसने से उल्टी होना बंद हो जाती है | हैजे की उल्टियों में भी यह प्रयोग लाभदायक है ।
४-घमौरियों पर बर्फ़ का टुकड़ा मलने से ठंडक मिलती है तथा घमौरियाँ सूख जाती हैं |
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१-गर्मी के मौसम में हिचकी की बीमारी पर रोगी के मुँह में बर्फ़ का टुकड़ा डालें और उसे चूसने दें | इससे हिचकी आना बंद हो जाती है |
२-चोट लगने पर यदि खून अधिक बहे तो बर्फ़ मलें ख़ून तुरंत रुक जाएगा |
३-बार-बार उल्टी होने पर बर्फ़ चूसने से उल्टी होना बंद हो जाती है | हैजे की उल्टियों में भी यह प्रयोग लाभदायक है ।
४-घमौरियों पर बर्फ़ का टुकड़ा मलने से ठंडक मिलती है तथा घमौरियाँ सूख जाती हैं |
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